सिवनी

महिला सशक्तिकरण के लिए मिशन शक्ति के तहत पीसीपीएनडीटी व एमपीटी अधिनियम पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम

कार्यक्रम की मुख्य वक्ता एवं नोडल अधिकारी पीसीपीएनडीटी, डॉ. सुश्री मनीषा सिरसाम (स्त्री रोग एवं प्रसूति विशेषज्ञ) ने बताया कि पीसीपीएनडीटी अधिनियम का मुख्य उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या रोकना और देश में घटते लिंग अनुपात को सुधारना है। उन्होंने इस कानून के प्रावधानों और उल्लंघन पर होने वाली कानूनी कार्यवाही के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

कन्या भ्रूण हत्या रोकने और लिंग अनुपात सुधारने का संकल्प

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। मिशन शक्ति के अंतर्गत संचालित हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ़ वूमेन के तहत 10 दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान जिले में जारी है।

इसी क्रम में, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग सिवनी श्री मनोज लारोकर के निर्देशन और वन स्टॉप सेंटर सिवनी की प्रशासक सुश्री ईशा बाल्मिक के मार्गदर्शन में, नर्सिंग कॉलेज, जिला अस्पताल सिवनी के सभाकक्ष में पीसीपीएनडीटी (Pre-Conception and Pre-Natal Diagnostic Techniques Act) एवं एमपीटी (Medical Termination of Pregnancy Act) अधिनियम पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की मुख्य वक्ता एवं नोडल अधिकारी पीसीपीएनडीटी, डॉ. सुश्री मनीषा सिरसाम (स्त्री रोग एवं प्रसूति विशेषज्ञ) ने बताया कि पीसीपीएनडीटी अधिनियम का मुख्य उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या रोकना और देश में घटते लिंग अनुपात को सुधारना है। उन्होंने इस कानून के प्रावधानों और उल्लंघन पर होने वाली कानूनी कार्यवाही के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

इसके अतिरिक्त, श्री संदीप सोनकेशरिया ने सोनोग्राफी तकनीक से जुड़ी जानकारियाँ साझा कीं और अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं को इस तकनीक के नैतिक और कानूनी उपयोग के महत्व पर प्रकाश डाला।

इस कार्यक्रम में वन स्टॉप सेंटर सिवनी से सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटर श्रीमती नारायणी सक्सेना, केस वर्कर श्रीमती सोनल सक्सेना, वर्षा चौहान एवं सुरक्षाकर्मी श्री दीपक रजक भी उपस्थित रहे।