सिवनी

कलेक्टर सुश्री जैन की अध्यक्षता में राजस्व अधिकारियों की बैठक संपन्न

इसके पश्चात बैठक में खरीफ फसल गिरदावरी कार्यों की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि धान एवं मक्का के साथ-साथ अन्य फसलों की भी सही-सही गिरदावरी की जाए। उन्होंने गलत गिरदावरी न करने तथा शेष रहे कार्यों को 15 सितंबर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही गैर न्यायालयीन कार्यों में लगे राजस्व अधिकारियों को अपने-अपने अनुभागों का भ्रमण कर पटवारी द्वारा किए जा रहे गिरदावरी कार्यों का स्थल पर अवलोकन करने के लिए कहा।

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन की अध्यक्षता में रविवार 07 सितंबर को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में कलेक्टर ने सबसे पहले राजस्व प्रकरणों की स्थिति की समीक्षा की। इसमें नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा, भू-अभिलेख संधारण एवं न्यायालयीन प्रकरणों की अद्यतन स्थिति पर चर्चा हुई। उन्होंने निर्देश दिए कि आमजन से जुड़े प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में किया जाए।

उन्होंने साइबर तहसील, वन ग्राम से राजस्व ग्राम संपरिवर्तन, स्वामित्व योजना, फार्मर रजिस्ट्री तथा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि किसानों को योजनाओं का लाभ समय पर मिलना चाहिए। इसके लिए आधार सीडिंग का कार्य शीघ्रता से पूर्ण किया जाए। कलेक्टर ने 50 दिवस से अधिक समय से लंबित सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों का त्वरित निराकरण सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।

इसके पश्चात बैठक में खरीफ फसल गिरदावरी कार्यों की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि धान एवं मक्का के साथ-साथ अन्य फसलों की भी सही-सही गिरदावरी की जाए। उन्होंने गलत गिरदावरी न करने तथा शेष रहे कार्यों को 15 सितंबर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही गैर न्यायालयीन कार्यों में लगे राजस्व अधिकारियों को अपने-अपने अनुभागों का भ्रमण कर पटवारी द्वारा किए जा रहे गिरदावरी कार्यों का स्थल पर अवलोकन करने के लिए कहा।

कलेक्टर सुश्री जैन ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) दुकानों के निरीक्षण पर भी जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राशन वितरण की वास्तविक स्थिति का भौतिक सत्यापन कर संबंधित अनुविभागीय अधिकारी को रिपोर्ट प्रस्तुत करें। यदि कहीं अनियमितता पाई जाती है तो दोषियों पर नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

कलेक्टर सुश्री जैन ने कहा कि राजस्व अधिकारी मैदानी स्तर पर सक्रिय रहते हुए किसानों और नागरिकों से जुड़े कार्यों को संवेदनशीलता और जवाबदेही के साथ संपन्न करें। साथ ही राजस्व वसूली के निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति भी समय पर की जाए।