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विक्रान इंजीनियरिंग शेयर प्राइस लाइव : जल्द होगा मार्केट डेब्यू – क्या करें निवेशक?

“विक्रान इंजीनियरिंग का शेयर आज बाज़ार में उतरेगा, ग्रे मार्केट में ठंडी शुरुआत के संकेत”, “आईपीओ के बाद आज विक्रान इंजीनियरिंग की लिस्टिंग, ग्रे मार्केट में कमजोर प्रीमियम”, “विक्रान इंजीनियरिंग के शेयर में पहले दिन सुस्त शुरुआत की आशंका”, “मजबूत सब्सक्रिप्शन के बावजूद ग्रे मार्केट में फीका प्रदर्शन”, “विक्रान इंजीनियरिंग के शेयर 10–15% प्रीमियम पर लिस्ट होने की उम्मीद, पर दबाव बरकरार”

(दीपक अग्रवाल)

मुंबई (साई)। विक्रान इंजीनियरिंग के शेयर आज, 3 सितंबर को शेयर बाज़ार में पदार्पण करने जा रहे हैं। बाज़ार में चर्चाएं हैं कि लिस्टिंग ठंडी रह सकती है। इन्वेस्टरगेन के आंकड़ों के अनुसार, ग्रे मार्केट में कंपनी के अनलिस्टेड शेयर लगभग ₹101.10 प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहे थे, जो आईपीओ प्राइस पर महज़ 4% से थोड़ा अधिक प्रीमियम दर्शाता है। यह उस 13% प्रीमियम से काफी कम है जो आईपीओ के खुलते समय था। IPO Watch के अनुसार, प्रीमियम थोड़ा अधिक यानी 5% से ऊपर रहा।

कंपनी के ₹772 करोड़ के आईपीओ को निवेशकों से ज़बरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी, 26–29 अगस्त के बीच बोली अवधि में 24 गुना से अधिक सब्सक्रिप्शन मिला। विक्रान इंजीनियरिंग ने आईपीओ का प्राइस बैंड ₹92–₹97 प्रति शेयर तय किया था।

आईपीओ वैल्यूएशन आकर्षक, पर जोखिम बरकरार

प्राइस बैंड के ऊपरी स्तर पर, विक्रान इंजीनियरिंग का आईपीओ FY25 की आय का 22 गुना वैल्यूएशन पर आंका गया है, जो KEC इंटरनेशनल और टेक्नो इलेक्ट्रिक जैसे प्रतिद्वंद्वियों के 31–39 गुना मल्टीपल से कम है। विश्लेषकों का मानना है कि कीमत वाजिब है, लेकिन बढ़ी हुई वर्किंग कैपिटल ज़रूरतें और पिछले वर्ष रेलवे बोर्ड का नियामक प्रतिबंध निवेशक भावना पर असर डाल सकते हैं।

लिस्टिंग अनुमान: 10–15% प्रीमियम की संभावना

अनुमानों के मुताबिक, विक्रान इंजीनियरिंग के शेयर आईपीओ मूल्य से 10–15% प्रीमियम पर लिस्ट हो सकते हैं, यानी डेब्यू ₹105–₹112 के दायरे में रह सकता है।

बीएसई प्री-ओपन में 7% गिरावट

बीएसई प्री-ओपन सेशन में विक्रान इंजीनियरिंग के शेयर ₹90.00 पर ट्रेड कर रहे हैं, जो ₹7.00 या 7.22% की गिरावट है।

मजबूत ग्रोथ और इंडस्ट्री-लीडिंग मार्जिन पर फोकस

कंपनी ने FY23 से FY25 के बीच 32% CAGR की दर से राजस्व वृद्धि दर्ज की, जो ₹524 करोड़ से बढ़कर ₹916 करोड़ तक पहुंची। इसी अवधि में टैक्स के बाद लाभ (PAT) लगभग दोगुना होकर ₹77.8 करोड़ हो गया, जबकि EBITDA मार्जिन FY25 में बढ़कर 17.5% हो गयाजो इंडस्ट्री में सबसे अधिक है। कंपनी का PAT मार्जिन 8.4% रहा।

विश्लेषकों की राय: मज़बूत बिजनेस मॉडल

मार्केट विश्लेषकों के अनुसार, विक्रान इंजीनियरिंग का एसेट-लाइट मॉडलमुख्यतः लीज़ पर उपकरण लेने की नीतिलागत दक्षता और परिचालन लचीलापन बढ़ाता है। अनुभवी प्रमोटर्स, इन-हाउस इंजीनियरिंग विशेषज्ञता और देशभर में प्रोजेक्ट निष्पादन क्षमता कंपनी के बिजनेस प्रोफाइल को अतिरिक्त मजबूती देती है।