इंदौर में चूहे काटने की घटना पर सख्त कार्रवाई: उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने दिए निर्देश, दोषियों पर होगी कठोर सजा

(नन्द किशोर)

भोपाल (साई)। मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने मंत्रालय, भोपाल में इंदौर के एक अस्पताल में घटित चूहे काटने की घटना की समीक्षा बैठक आयोजित की। इस घटना ने न केवल मरीजों की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की विश्वसनीयता को भी गंभीर रूप से प्रभावित किया है।

इंदौर में अस्पताल में चूहे काटने की घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने भोपाल में हुई समीक्षा बैठक में स्पष्ट कहा कि दोषियों की पहचान कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। घटना से जुड़े कई अधिकारियों को निलंबित, पद से हटाया या स्थानांतरित किया गया है। साथ ही, स्वास्थ्य संस्थानों में स्वच्छता और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

इंदौर में चूहे काटने की घटना पर मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। कई अधिकारी निलंबित, पद से हटाए गए और स्थानांतरण किए गए। स्वास्थ्य संस्थानों में प्रभावी रोकथाम उपाय लागू होंगे।

बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि –

  • जांच प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी हो।
  • दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
  • इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए तत्काल और प्रभावी रोकथाम उपाय लागू किए जाएँ।

🚨 तत्काल कार्रवाई

इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कई अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है।

  • कारण बताओ नोटिस जारी:
    • अस्पताल अधीक्षक डॉ. अशोक यादव
    • प्रो. एवं विभागाध्यक्ष डॉ. बृजेश लाहोटी
    • प्रो. डॉ. मनोज जोशी
    • सहायक प्रभारी नर्सिंग अधिकारी श्रीमती कलावती भलावी
  • निलंबित अधिकारी/कर्मचारी:
    • सहायक अधीक्षक एवं भवन प्रभारी डॉ. मुकेश जायसवाल
    • प्रभारी नर्सिंग अधिकारी सुश्री प्रवीणा सिंह
    • नर्सिंग अधिकारी सुश्री आकांक्षा बेंजामिन
    • नर्सिंग अधिकारी सुश्री श्वेता चौहान
  • पद से हटाना और स्थानांतरण:
    • नर्सिंग अधीक्षक श्रीमती मार्गरेट जोसफ को पद से हटाया गया
    • नर्सिंग अधिकारी श्रीमती प्रेमलता राठौर का स्थानांतरण मानसिक चिकित्सालय में किया गया

🏥 स्वच्छता और सुरक्षा पर ज़ोर

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने स्पष्ट किया कि अस्पताल परिसरों की स्वच्छता, सुरक्षा और मरीजों के हित सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि:

“किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों को सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है।”

उन्होंने निर्देश दिए कि अस्पतालों में नियमित पेस्ट कंट्रोल, कचरा प्रबंधन और बिल्डिंग मेंटेनेंस की व्यवस्था को सख्ती से लागू किया जाए।

📋 बैठक में शामिल अधिकारी

इस समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री संदीप यादव, आयुक्त श्री तरुण राठी, एम.डी. एम.पी. पब्लिक हेल्थ सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड श्री मयंक अग्रवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

🔍 पृष्ठभूमि और महत्व

इंदौर जैसे स्मार्ट सिटी और स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में अग्रणी शहर में इस प्रकार की घटना ने जनमानस में चिंता पैदा की है।

  • अस्पताल में चूहों का पाया जाना स्वच्छता और प्रशासनिक लापरवाही का बड़ा संकेत है।
  • यह घटना मरीजों की सुरक्षा और अस्पताल प्रबंधन की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाती है।

⚙️ रोकथाम के लिए सुझाए गए उपाय

बैठक में भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय सुझाए गए:

  1. संपूर्ण पेस्ट कंट्रोल प्रोग्राम – नियमित अंतराल पर अस्पताल परिसरों में चूहों और अन्य हानिकारक जीवों के नियंत्रण के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग।
  2. स्वच्छता मानकों का पालन – वार्ड, ऑपरेशन थिएटर और स्टोर रूम में साफ-सफाई के उच्चतम मानकों का अनुपालन।
  3. निगरानी प्रणाली – अस्पतालों में सीसीटीवी और निगरानी स्टाफ की नियुक्ति ताकि किसी भी लापरवाही को तुरंत रोका जा सके।
  4. कर्मचारियों का प्रशिक्षण – अस्पताल स्टाफ को स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण और सुरक्षा मानकों के पालन हेतु प्रशिक्षित करना।

🗣️ उप मुख्यमंत्री का संदेश

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा –

“स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। हम सभी का यह कर्तव्य है कि मरीजों को सुरक्षित, स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण उपचार मिले। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”