“सेवा पखवाड़ा 2025: जन-जन तक पहुँचेगा सेवा और समर्पण का संदेश”
(नन्द किशोर)
भोपाल (साई)।
प्रदेश में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक “सेवा पखवाड़ा” आयोजित किया जा रहा है। इस अवधि में विभिन्न विभागों और संस्थाओं द्वारा जनहित और कल्याणकारी गतिविधियों की श्रृंखला चलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस से गांधी जयंती तक चलने वाला यह अभियान न केवल सेवा की भावना को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि समाज को स्वच्छ, स्वस्थ और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस कदम भी सिद्ध होगा।
अभियान का उद्देश्य
सेवा पखवाड़ा का मुख्य उद्देश्य है—
- स्वास्थ्य सुविधाओं को गाँव-गाँव तक पहुँचाना।
- स्वच्छता और जल संरक्षण के महत्व को लोगों तक पहुँचाना।
- गरीब और वंचित वर्ग को योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराना।
- पोषण और मातृ-शिशु स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
- शिक्षा और साक्षरता को समाज के अंतिम पायदान तक पहुँचाना।
प्रमुख गतिविधियाँ
इस सेवा पखवाड़े के दौरान प्रदेशभर में अनेक कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिनमें शामिल हैं—
- स्वास्थ्य शिविर:
- गाँवों और शहरी क्षेत्रों में निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर।
- आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों का पंजीयन।
- रक्तदान शिविर और नेत्र परीक्षण कैंप।
- स्वच्छता अभियान:
- सार्वजनिक स्थानों पर सफाई अभियान।
- नदियों, तालाबों और जल स्रोतों की सफाई।
- प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान को बढ़ावा।
- जल संरक्षण और पर्यावरण:
- जलस्रोतों का संरक्षण।
- वर्षा जल संचयन की तकनीक का प्रचार।
- वृक्षारोपण अभियान।
- पोषण और शिक्षा:
- आंगनबाड़ी केंद्रों में विशेष पोषण कार्यक्रम।
- मातृ-शिशु स्वास्थ्य पर जागरूकता।
- बच्चों के लिए शिक्षा और साक्षरता शिविर।
- जनजागरण कार्यक्रम:
- नुक्कड़ नाटक, रैली और प्रभात फेरी।
- सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यम से जनजागरूकता।
समाज के हर वर्ग की भागीदारी
सेवा पखवाड़ा केवल सरकारी प्रयास नहीं है, बल्कि इसमें समाज के हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। इसमें शामिल होंगे—
- जनप्रतिनिधि
- सामाजिक संस्थाएँ
- स्वयंसेवी संगठन
- विद्यार्थी और शिक्षक
- आम नागरिक
सेवा पखवाड़ा और आत्मनिर्भर भारत
यह अभियान आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को भी आगे बढ़ाता है। जब नागरिक स्वस्थ होंगे, पर्यावरण सुरक्षित होगा और शिक्षा-ज्ञान सबको उपलब्ध होगा, तभी भारत आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकेगा।
सेवा से समर्पण तक
सेवा पखवाड़ा केवल एक अभियान नहीं है, बल्कि यह सेवा और समर्पण की एक जीवंत यात्रा है। इसमें प्रत्येक नागरिक को एक जिम्मेदार भारतीय की भूमिका निभाने का अवसर मिलता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए संदेश—“सेवा ही संगठन”—को यह पखवाड़ा साकार रूप देता है।
समापन (गांधी जयंती पर विशेष कार्यक्रम)
2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर इस अभियान का समापन होगा। इस अवसर पर पूरे प्रदेश में स्वच्छता, सेवा और सद्भाव के संदेश के साथ विशेष कार्यक्रम होंगे।
सेवा पखवाड़ा 2025 सिर्फ सरकारी आयोजन नहीं, बल्कि यह आमजन की भागीदारी से जनांदोलन का स्वरूप ले चुका है। इसका मूल संदेश है—“सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।”

आकाश कुमार ने नई दिल्ली में एक ख्यातिलब्ध मास कम्यूनिकेशन इंस्टीट्यूट से मास्टर्स की डिग्री लेने के बाद देश की आर्थिक राजधानी में हाथ आजमाने की सोची. लगभग 15 सालों से आकाश पत्रकारिता के क्षेत्र में हैं और समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के मुंबई ब्यूरो के रूप में लगातार काम कर रहे हैं.
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