18 दिन अस्पताल बना रहेगा सराय!

 

 

01 अगस्त से अस्पताल में नयी प्रवेश व्यवस्था

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। आज से जो व्यवस्था लागू की जा सकती है उस व्यवस्था को लागू करने के लिये अस्पताल प्रशासन को अभी 18 दिन और चाहिये। अस्पताल में 01 अगस्त से अस्पताल में प्रवेश की नयी व्यवस्थाएं लागू की जायेंगी।

शनिवार को जारी सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह द्वारा शनिवार 13 जुलाई को जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया गया। उन्होंने प्रमुख रूप से कायाकल्पित नवीन शिशु वार्ड की व्यवस्थाओं एवं प्रगतिरत कायाकल्प कार्याें की गुणवत्ता का अवलोकन किया। इस अवसर पर कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी श्री लखेरा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.के.सी. मेश्राम, सिविल सर्जन डॉ.विनोद नावकर सहित अन्य संबंधित अधिकारियों की उपस्थिति रही।

विज्ञप्ति के अनुसार कलेक्टर प्रवीण सिंह द्वारा निर्माण विभाग के अधिकारियों को समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण निर्माण के निर्देश देने के साथ ही अन्य प्रस्तावित कार्याें के प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश दिये गये। उन्होंने सीएस डॉ.नावकर को जिला चिकित्सालय में आवश्यक भीड़ से होने वाली परेशानियों को दूर करने के लिये पास सिस्टम को 01 अगस्त तक पूर्णतः लागू करने के निर्देश दिये जिससे मरीज़ के साथ 02 व्यक्तियों को ही चिकित्सालय में प्रवेश की सुविधा दी जायेगी। इससे अन्य मरीज़ों एवं चिकित्सकों को अनावश्यक भीड़ से होने वाली परेशानी से निज़ात मिल सकेगी।

इधर, सीएमएचओ कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि जिला अस्पताल को सराय बना दिया गया है। अस्पताल में चौबीसों घण्टे लोगों की आवाजाही बरकरार रहती है। लगभग एक माह पूर्व रोगी कल्याण समिति के द्वारा पीले रंग के पास छपवाकर वार्ड में रखवाये गये थे।

सूत्रों का कहना है कि इसके बाद भी अस्पताल में व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रहीं थीं। इसका कारण यह था कि अस्पताल में सुरक्षा का काम देख रही एजेंसी के कारिंदों के द्वारा आगंतुकों को रोका नहीं जा रहा था। इसका कारण यह है कि सुरक्षा ठेकेदार से पूरी तरह उपकृत अस्पताल प्रशासन के द्वारा सुरक्षा कर्मियों के खिलाफ किसी तरह का एक्शन नहीं लिया जा रहा था।

सूत्रों ने कहा कि अस्पताल में सुरक्षा के काम में लगी एजेंसी को अगर पाबंद कर दिया जाता कि 14 जुलाई से ही सुबह एक घण्टे और शाम एक घण्टे सिर्फ पासधारी आगंतुक अंदर जा पायेंगे तो यह व्यवस्था रविवार से ही लागू हो सकती थी। इसके लिये पृथक से किसी तरह की व्यवस्था करने की शायद जरूरत ही नहीं है।

सूत्रों ने यह भी बताया कि जिलाधिकारी के भ्रमण के दौरान उनके द्वारा दो लोगों को वार्ड में घूमकर आने के लिये कहा गया। जब वे दो लोग वार्ड में घूमकर आये और किसी के द्वारा भी उनसे पास आदि नहीं पूछा गया तो जिलाधिकारी इस बात पर जमकर नाराज़ भी हुए।