चरवाहे को मारा नाकेदार ने!

 

 

ग्रामीणों ने किया जमकर हंगामा

(ब्यूरो कार्यालय)

छपारा (साई)। जनपद पंचायत छपारा के अंतर्गत जूनापानी और पाण्डीवाड़ा के मध्य शासकीय वन भूमि पर मवेशी चरा रहे चरवाहे के साथ वन कर्मी के द्वारा हाथापाई किये जाने के आरोप ग्रामीणों ने लगाये हैं। ग्रामीणों ने इसके बाद छपारा थाने और वन विभाग के कार्यालय पहुँचकर जमकर बवाल काटा।

बताया जाता हैं कि यह मामला छपारा थानांतर्गत आने वाले ग्राम जूनापानी और पाड़ीवाडा ग्राम की वनभूमि पर मवेशी चराने को लेकर उत्पन्न हुआ जिसमें विवाद हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि जिस क्षेत्र मे मवेशी चरने जाते हैं इस जगह पर वर्षों से मवेशी चरते आये हैं। ग्राम भटमतरा निवासी अतरसी पिता रिक्खी यादव जो कि दिव्यांग भी हैं, रोज की तरह मंगलवार को इस क्षेत्र में मवेशी चरा रहे थे।

प्रत्यक्ष दर्शियों की मानें तो इसी बीच वन विभाग के द्वारा कराये गये प्लांटेशन के समीप तीन वन कर्मियों के द्वारा उक्त चरवाहे के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए मारपीट की गयी। इस घटना से आक्रोशित जूनापानी और पाण्डीवाड़ा के चार दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों के द्वारा छपारा थाने पहुँचकर वन कर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की माँग की गयी।

ग्रामीणों ने बताया कि उनके ग्राम के मवेशियों को जंगलों में जाकर चराया जाता है। अगर वन विभाग को मवेशियों के चरने पर आपत्ति थी तो उन्हें ग्रामीणों को इसकी जानकारी देना था। अगर वन विभाग के द्वारा ऐसा किया जाता तो निश्चित तौर पर ग्रामीण अपने मवेशियों को वहाँ नहीं भेजते। ग्रामीणों का आरोप था कि इस तरह से चरवाहे के साथ मारपीट किया जाना न्याय संगत नहीं है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार अतरसी रिखी यादव के साथ नाकेदार मनीष कुमार चौधरी के द्वारा उस समय मारपीट की गयी जब वे रोज की तरह ही मंगलवार को भी मवेशी चराने उस स्थान पर गये थे। नाकेदार के द्वारा बिना किसी वजह के चरवाहे के साथ की गयी मारपीट से ग्रामीण जमकर आक्रोशित थे।

वहीं, इस पूरे मामले में वन परिक्षेत्र अधिकारी माधवराव उईके का कहना है कि ग्राम में नर्सरी तैयार की गयी है जिसमें लगातार मवेशी छोड़े जा रहे हैं। इसके कारण लगाये हुए पौधे नष्ट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पौधारोपण को सुरक्षित रखना सब की जिम्मेदारी है। हर साल लगाये हुए पौधे बर्बाद हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि नाकेदार के द्वारा चरवाहे के साथ कुछ इस तरह की घटना की गयी है तो उसकी जाँच की जायेगी और दोषी पाये जाने पर उचित कार्यवाही की जायेगी।