कटंगी से जोड़ा जाये सिवनी को : मण्डल

 

 

कम खर्च में नागपुर जबलपुर की दूरी हो सकती है कम!

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। नागपुर और जबलपुर के बीच वर्तमान में लगभग 540 किलोमीटर की दूरी को कम किया जा सकता है। इसके लिये कम लागत में सिवनी को महज 40 किलोमीटर दूर कटंगी से जोड़ने का सुझाव युवा नेता संजय मण्डल ने रखा है। उन्होंने सांसद डॉ.ढाल सिंह बिसेन से अपील की है कि वे इस मामले में पहल अवश्य करें।

संजय मण्डल ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा कि नागपुर और गोंदिया ब्रॉडगेज़ रेलखण्ड में तिरोड़ी से बालाघाट जिले के कटंगी के बीच 123 किलोमीटर एवं तिरोडी से कटंगी के बीच महज़ 13 किलोमीटर का फासला है। कटंगी से सिवनी की दूरी 40 किलोमीटर है। इस तरह नागपुर से सिवनी के बीच की दूरी 176 किलो मीटर की हो जाती है। इसमें से कटंगी से सिवनी को रेलखण्ड से जोड़ना होगा।

उन्होंने कहा कि सिवनी से नैनपुर की दूरी लगभग 76 किलोमीटर एवं नैनपुर से जबलपुर के बीच 134 किलोमीटर की दूरी है। इस तरह नागपुर से तिरोड़ी, कटंगी, सिवनी, नैनपुर होकर जबलपुर के रेलखण्ड की दूरी साढ़े तीन सौ किलोमीटर के आसपास बैठती है।

संजय मण्डल का कहना था कि इस पूरे रेल्वे ट्रेक में रेल्वे को महज़ कटंगी से सिवनी तक के बीच पटरियां बिछाने की आवश्यकता होगी, क्योंकि शेष रेल खण्ड में या तो पटरी बिछाने का काम पूरा हो चुका है या फिर चालू है जो महज़ एक दो साल के अंदर ही पूरा हो सकता है।

संजय मण्डल ने कहा कि दक्षिण भारत के साथ ही साथ छत्तीसगढ़ की ओर से आकर भोपाल, दिल्ली, इलाहाबाद की ओर जाने वाली रेल गाड़ियों, माल गाड़ियों को अभी नागपुर से इटारसी होकर ले जाया जाता है। इस लिहाज़ से नागपुर से बैतूल होकर इटारसी के रेल खण्ड पर यातायात का दबाव बहुत ज्यादा रहता है।

उन्होंने कहा कि अगर महज़ 40 किलोमीटर के रेलखण्ड (कटंगी से सिवनी) का निर्माण करवा दिया जाता है तो नागपुर इटारसी रेल खण्ड पर यातायात के दबाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है। फिलहाल जबलपुर से बालाघाट रेल खण्ड का काम पूरा होने के बाद अनेक सवारी गाड़ियों और माल गाड़ियों को नागपुर से गोंदिया होकर या नागपुर से तिरोड़ी, कटंगी, बालाघाट, नैनपुर होकर जबलपुर ले जाया जा सकता है पर इससे सिवनी जिले को फायदा नहीं होगा।

संजय मण्डल ने सांसद डॉ.ढाल सिंह बिसेन से अपील की है कि वे सिवनी से कटंगी को रेल मार्ग से जोड़ने की माँग को प्राथमिकता के आधार पर उठायें। अगर यह रेल खण्ड तैयार हो गया तो आने वाले समय में सिवनी से होकर अनेक सवारी गाड़ियां गुजरेंगी, जिनमें से कुछ का स्टॉपेज भी सिवनी हो जायेगा। इसके चलते सिवनी में व्यापारिक प्रगति की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।