हो रही नाला सफाई की रस्म अदायगी!

 

 

कब्जे हैं जस के तस, आदेशों को डाला रद्दी की टोकरी में!

(संजीव प्रताप सिंह)

सिवनी (साई)। बारिश में जलमग्न होने वाले बुधवारी बाज़ार के इस बार बारिश में फिर से जलमग्न होने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसका कारण यह है कि नगर पालिका परिषद के द्वारा नालों पर बने स्थायी कब्जों को हटाये बिना ही नालों की सफाई की रस्म अदायगी आरंभ कर दी गयी है।

ज्ञातव्य है कि थोड़ी सी ही बारिश होने पर बुधवारी बाज़ार में तालाब जैसा नज़ारा दिखना आम बात है। बुधवारी बाज़ार के पानी की निकासी के लिये बनी नालियों और बड़े नालों पर लोगों के द्वारा स्थायी कब्जे कर लिये गये हैं। दो साल पहले नाले की सफाई के दौरान एक चैंबर दुकान के अंदर बीचों बीच मिला था। इसके बाद भी नगर पालिका के द्वारा कब्जे हटाये जाने को लेकर किसी तरह की कार्यवाही नहीं की गयी थी।

यहाँ यह उल्लेखनीय होगा कि जिलाधिकारी प्रवीण सिंह के द्वारा स्थायी कब्जे हटाये जाने के लिये नगर पालिका को स्पष्ट तौर पर निर्देशित किया जा चुका है। जिला कलेक्टर के स्पष्ट निर्देशों के बाद भी नगर पालिका प्रशासन के द्वारा जिस तरह से नालों की सफाई की जा रही है उसे देखकर व्यापारियों का कहना है कि जिलाधिकारी के द्वारा जिस भी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये जा रहे हैं उनका पालन नहीं हो पा रहा है। लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग के बाद अब नगर पालिका में भी उनके आदेशों की हुक्मऊदूली की जा रही है।

बताया जाता है कि बुधवारी क्षेत्र के बड़े नाले में एक बार फिर स्थायी कब्जे हटाये बिना सफाई आरंभ कर दी गयी है। जिला कलेक्टर ने कब्जे हटाने के आदेश दिये थे। इसके बावजूद कब्जे हटाने के स्थान पर खानापूर्ति के लिये नाले की सफाई की जा रही है। इससे मॉनसून में भी तेज बारिश से कई बार बुधवारी क्षेत्र में जलभराव की स्थिति बनेगी।

बीते दिवस नगर पालिका अमले ने जेसीबी मशीन के साथ बुधवारी क्षेत्र के नाले की सफाई का काम आरंभ किया। यहाँ कब्जे वाले क्षेत्र को छोड़कर नाले की सफाई की गयी। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही कब्जे हटाने की कार्यवाही आरंभ की जायेगी। पूर्व में भी कब्जे हटाने के प्रयास किये गये लेकिन कब्जा करने वाले पट्टा दिखाकर कार्यवाही को प्रभावित करते हैं। इसका कोई हल प्रशासन व नगर पालिका अब तब नहीं निकाल पायी है।

पालिका के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पालिका को पुरानी नस्तियों को देखकर इस बात का पता करना चाहिये कि जिन व्यापारियों के द्वारा पट्टे दिखाये जा रहे हैं वे पट्टे उन व्यापारियों को मिल कैसे गये!

सूत्रों का कहना है कि शुक्रवारी से बुधवारी बाज़ार होते हुए मंगलीपेठ की ओर जाने वाले बड़े नाले में तीन जगह स्थायी कब्जे हो गये हैं। इसके अलावा अन्य लोगों ने भी नाले के ऊपर कब्जा किया है। इन कब्जों के कारण नाले की सफाई नहीं हो पा रही है। सफाई न होने के कारण तेज बारिश मे नाले से पानी नहीं बह पाता है और जल भराव की स्थिति बनती है।

हर साल बारिश के मौसम में कम से कम एक दर्जन बार बुधवारी बाज़ार, शंकर मढ़िया, दुर्गा चौक, नगर पालिका चौक आदि क्षेत्रों में घुटनों तक पानी भरता है। इसके कारण दुकानदारों व ग्राहकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।